मै अमित शाह का ख़ास आदमी हू मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा,
तेरी वाइफ और बेटी का वो हाल करेंगे की सुनने वाले भी काप जाएँगे,
बंसल ने सुसाइड नोट में लिखा -
(दोनों सुसाइड नोट्स नीचे पढ़े )
तेरी वाइफ और बेटी का वो हाल करेंगे की सुनने वाले भी काप जाएँगे,
बंसल ने सुसाइड नोट में लिखा -
(दोनों सुसाइड नोट्स नीचे पढ़े )
दिल्ली में मंगलवार को ख़ुदकुशी करने वाले कंपनी मामलों के मंत्रालय के महानिदेशक बीके बंसल ने अपने सुसाइड नोट में ना सिर्फ सीबीआई पर गंभीर आरोप लगाए हैं बल्कि डीआईजी संजीव गौतम पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लेकर धमकी देने की भी बात लिखी है।
ये सनसनीखेज़ खुलासा बंसल ने अपने पांच पन्नो वाली सुसाइड नोट में लगाया है। बंसल और उनके बेटे का मृत शरीर उनके अपार्टमेंट में पाया गया था। सीबीआई द्वारा प्रताड़ना की वजह से उनकी बेटी और पत्नी पहले ही आत्महत्या कर चुकी हैं।
यही नहीं , बंसल ने अपने नोट में यह भी लिखा कि सीबीआई उनकी पत्नी और बेटी को भी ‘टॉर्चर’ कर रही थी और ‘सीबीआई जांचकर्ता ने कहा था कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां भी मेरे नाम से कांपेंगी.’
उन्होंने लिखा, “डीआईजी (संजीव गौतम) ने कहा, ‘मैं अमित शाह का आदमी हूँ। मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा। तेरी वाइफ और डॉटर का वो हाल करेंगे कि सुनने वाले भी काँप जाएंगे। ”
बंसल ने लिखा कि उनकी पत्नी को थप्पड़ मारे गए, नाख़ून चुभोए गए, गालियां दी गईं. अपने सुसाइड नोट में बीके बंसल ने लिखा है, ‘डीआईजी ने एक लेडी अफसर से कहा कि मां और बेटी को इतना टॉर्चर करना कि मरने लायक हो जाएं. मैंने डीआईजी से बहुत अपील की, लेकिन उसने कहा, तेरी पत्नी और बेटी को ज़िंदा लाश नहीं बना दिया तो मैं सीबीआई का डीआईजी नहीं.’
इसके अलावा एक हवलदार ने मेरी पत्नी के साथ बहुत गंदा व्यवहार और टॉर्चर किया, बहुत गंदी गालियां मेरी पत्नी और बेटी को दी. अगर मेरी ग़लती थी भी तो मेरी पत्नी और बेटी के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था.
बीके बंसल के बेटे ने भी अपने नोट में लिखा है, ‘मैं योगेश कुमार बंसल बहुत ही दुखी और मजबूरी की स्थिति में सुसाइड कर रहा हूं. मुझे इस सुसाइड के लिए मजबूर करने वाले सीबीआई के कुछ चुनिंदा अधिकारी हैं, जिन्होंने मुझे इस हद तक मानसिक रूप से परेशान किया. मेरी मां सत्या बाला बंसल एक बहुत ही विनम्र और धार्मिक महिला थी. मेरी बहन नेहा बंसल बहुत सीधी-सादी और दिल्ली यूनिवर्सिटी की गोल्ड मेडलिस्ट थी. उन दोनों पवित्र देवियों को भी इन्ही पांचों ने डायरेक्टली और इंडायरेक्टली इस हद तक टॉर्चर किया, इस हद तक सताया, इतना तड़पाया कि उन्हें सुसाइड करना पड़ा, वरना मेरी मम्मी और मेरी बहन नेहा तो सुसाइड के सख़्त ख़िलाफ़ थे. भगवान से प्रार्थना करूंगा कि ऐसा किसी हंसते-खेलते परिवार के साथ न करना.’
बंसल को 16 जुलाई को कथित भरष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
Suicide note
Kindly share
Kindly share
I am committing suicide because of the harassment by the CBI. Rekha Sangwan and Amrita Kaur came to our house during the raid and abused my wife. DIG Sanjeev Gautam asked the lady officers accompanying him to torture “these women so much that they are almost dead”.
I pleaded with the DIG, but he said “if I don’t torture them then I can’t be an officer”. He told me, “Your future generations will be scared of my name.” The DIG said he is Amit Shah’s man and no one can harm him. He tortured me a lot. Even if I was guilty, why torture my wife and daughter? This was murder of two ladies, it can't be called suicide . I want lie detector test of all these officers.
On 18 July, these lady officers told my wife that they will chop me and my son into pieces and feed them to dogs. I had
heard CBI was tough but not this extent of torture.
CBI director should probe these allegations. Investigative officer Pramod Tyagi was very supportive. I wish him well. Yogesh, son of suspended Corporate Affairs Ministry officer BK Bansal, being probed in a graft case, who along with his father committed suicide at their East Delhi apartment on 27 September 2016.
heard CBI was tough but not this extent of torture.
CBI director should probe these allegations. Investigative officer Pramod Tyagi was very supportive. I wish him well. Yogesh, son of suspended Corporate Affairs Ministry officer BK Bansal, being probed in a graft case, who along with his father committed suicide at their East Delhi apartment on 27 September 2016.
एक दागी अफसर के परिवार व् उसने स्वयं आत्महत्या कर ली। हमने सब ने खबर पढ़ी होगी, फिर खबर आयी की आत्महत्या की जांच सीबीआई करेगी।
इस अफसर ने अपने अंतिम पत्र जिसे सुसाइड नोट कहते है, आत्मघात का कारण सीबीआई की प्रताड़ना बताया है, फिर सीबीआई को ही जाँच का जिम्मा देना क्या साबित करता है? सोशल मीडिया के साथियों ने सही कहा, जिस सीबीआई पर यूपीए शासन में पिंजरे का तोता होने का आरोप लगा था वो अब खुला गिद्ध हो गया है।
वैसे इस सुसाइड नोट में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम भी है इसीलिए 24 घंटे बजने वाले सरकारी भोम्पू अर्थात टाइम्स नॉव जैसे न्यूज़ चैनल के मुंह में दही जैम गया है, आश्चर्य न होगा यदि कुछ दिनों में अर्णब बोलते नजर आये की इसमें भी डॉक्टर मनमोहन सिंह का हाथ है और रविशंकर प्रसाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का त्यागपत्र मांग ले